Equity-linked Saving Scheme (ELSS) mutual fund की एक category होती है जिसे government ने equity में long term investment को बढ़ावा देने के लिए बनाया है। equity participation को improve करने के लिए government ने equity पर आधारित mutual funds में ELSS schem के माध्यम से tax में deduction के योग्य होने की अनुमति दी है। tax deduction की पेशकश करके औसत भारतीय नागरिक को equity में अपनी saving का एक बड़ा हिस्सा invest करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ELSS में investment किसी भी investors को कई तरीकों से लाभ पहुंचा सकता है।
सभी tax saving schemes में से यह एकमात्र ऐसा है जो pure equity का एक उचित अनुभव देता है। हालांकि ELSS में कुछ risk भी होते है लेकिन minimum lock period के साथ यह आज सबसे acrective tax vihical के रूप में उभरा है।फिर भी आपको ELSS में investment करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानना चाहिए। ELSS के बारे में आपको 15 महत्वपूर्ण बातों को जानना चाहिए:
एक ELSS fund manager एक diversified portfolio में investment करवाते है। ये मुख्य रूप से equity और equity से संबंधित insinstrumes में invest कर के high risk लेते हैं और high return देने की क्षमता रखते हैं।
Key features of an ELSS Fund :
Tax planning और incom tex saving investment और overall financial planning का एक महत्वपूर्ण अंग होता है। जो की bid को बढ़ाने के लिए मदद करता है। भारत में tax planning में सही tax saving instruments का चुनाव करना और सही तरीके से investment करना शामिल होता है।
किस incom पर कोई व्यक्ति tax saving कर सकता है यह Indian Income Tax Act की धारा 80 C के अंतर्गत आता है। इसके अंतर्गत प्रति वर्ष Rs. 1,50,000 तक का investment ही आपकी incom से tax में कटौती के लिए मान्य होता हैं।
Investment से आपको केवल उसी financial year के लिए tax benefit मिलेगा। यदि आप financial year 2018-2019 में Rs. 1.5 लाख investment करते हैं तो आपको केवल financial year 2018-2019 में ही tax benefit का लाभ मिलेगा। यह लाभ दूसरे financial year के लिए नही होगा।
केवल ELSS mutual funds ही Income Tax Act. की धारा 80 C के अंतर्गत tax benefit प्रदान कर करते हैं। इस section के अनुसार, कोई ELSS fund में investment करके Rs. 1,50,000 तक tax में छूट का लाभ उठा सकता है।
ELSS mutual fund का lock in preriod जिसे धारा 80 C के तहत कटौती के रूप में claim करने की अनुमति है वह 3 साल है। दूसरे शब्दों मे कहे तो इन mutual funds को 3 साल से पहले sale नही किया जा सकता है।
यदि आप SIP के माध्यम से ELSS में investment कर रहे है हो तो प्रत्येक installment को भी इसी तरह से 3 साल बाद ही redeem किया जा सकता है। उदाहरण के लिए: यदि आपने January 2017 में ELSS की units को ख़रीदा है तो इसे January 2020 के बाद ही बेचा जा सकता है। इससे पहले इसे नही बेच सकते है।
ELSS का lock period 3 साल PPF account, national saving certificate,tax saving fixed deposit जैसे अन्य लोकप्रिय tax saving instruments जिनका lock in period 5 साल होता है की तुलना में बहुत ही कम है।
ELSS में investment की minimum amount ₹ 500 है। और investment के लिए कोई maximum limit नहीं है। लेकिन 80 C के अंतर्गत tax में कटौती का claim करने के लिए केवल अधिकतम 1.5 लाख रुपये ताज का ही investment किया जा सकता हैं। आप investment को lump sum या systematic investment plan (SIP) दोनों के माध्यम से कर सकते हैं।
Section 80C के अंतर्गत tax मे benifit प्राप्त करने के लिए कई tax saving विकल्प उपलब्ध हैं। लोकप्रिय tax saving instruments के बीच में तुलना यहां दी गई है:
Investment |
Risk Profile | Interest | Guaranteed Returns |
Lock-in Period |
ELSS Fund | Equity related risk | 12-15% expected | No | 3 years |
PPF | Risk free | 8.10% | Yes | 15 years |
NPS | Equity related risk | 8-10% expected | No | Till retirement |
NSC | Risk free | 8.10% | Yes | 5 years |
FD | Risk free | 7-9% expected | Yes | 5 years |
ULIP | Equity related risk | 8-10% expected | No | 5 years |
Sukanya samriddhi | Risk free | 8.60% | Yes | 21 years |
SCSS | Risk free | 8.60% | Yes | 5 years |
ऊपर table में हम देख सकते है की ELSS mutual funds में investment करने से investment के return और lock in period दोनों ही मामलों में section 80 C के अंतर्गत अन्य investment options में invest करने से ज्यादा फायदे हैं।
ELSS investment करने के लिए 2 विकल्प देता है।पहला Systematic Investing Plan (SIP) के माध्यम से और दूसरा है lump sum
lump sum investment में किसी investor द्वारा एक ही बार मे बड़े amount का investment किया जाता है।
SIP में एक नियमित रूप से एक निश्चित amount का investment करने का विकल्प होता है। मतलब की predefined regular interval ( पूर्व निर्धारित नियमित अन्तराल )यह recurring deposit जैसी regular saving योजनाओं के समान है।
Investment समय-समय पर burden को दूर करता है और अच्छा investment एक आदत बनाता है। आप Groww पर बिना किसी भी peparwark के ELSS में investment कर सकते हो।
सही ELSS का चयन करने के लिए आप को देखना होगा की कौन सा ELSS आपके investment के लक्ष्यों से मेल खाता है। आपको ELSS के नीचे दिए गए पहलुओं को देखना चाहिए:
यह सुनिश्चित करें कि mutual funds एक ELSS fund है
यदि mutual fund ELSS fund है तो ही आप section 80 C के अंतर्गत ही tax कटौती प्राप्त कर सकते है आपको अन्य mutual fund schemes Income Tax act की धारा 80 C के अंतर्गत लाभ प्रदान नहीं करेगी।
पिछले performance को देखना चाहिए
पिछले performance से भविष्य के performance की कोई guarantee नहीं होती है। ज्यादातर लोग इस कदम से शुरुआत करते हैं लेकिन वे यहां पर ठहरते हैं। और यहां से पिछले return को देखते हुए किसी fund को evaluating करने की शुरुआत होती है।
यह पिछले वर्षों में fund के performance के साथ fund manager के performance को gauge करने में भी मदद करता है।
ELSS Fund की Age
नए investors के लिए 5 साल से अधिक की अवधि वाले funds में investment करना सबसे अच्छा है क्योंकि इन funds की reputation और track record को देखने के लिए मिलता है।
ELSS में risk
ELSS में risk का स्तर आपके द्वारा risk लेने की भूख पर निर्भर करता है। विभिन्न प्रकार की risk लेने वालों के लिए market में कई प्रकार के ELSS fund उपलब्ध है।
Expense ratio
Expense ratio उस fund का प्रतिशत होता है जो asset management company fund को चलाने के लिए साल भर में charge के रूप में लेती है। expense ratio यदि अधिक होता है तो यह कोई शुभ संकेत नही है।
Asset Management Company (AMC)
जो company mutual fund का प्रबंधन करती है। उन्हें ही Asset Management Company (AMC)कहा जाता है mutual fund हमेशा AMC के नाम से ही पहचाने जाते है जो इन mutual funds को manage करते है। AMC की प्रतिष्ठा के आधार पर mutual fund को चुनने से अच्छा है कि fund की performance को देखा जाए।
Asset Under Management (AUM)
यह एक individual mutual fund के द्वारा manage किये गए पैसे के amount को बताता है। विभिन्न प्रकार के ELSS funds के पास अलग अलग size के AUM होते है।
Simpler method: Rating of ELSS Fund
यदि उपर लिखी सभी process आपके लिए बहुत कठिन और भयानक लग रही हैं तो एक अच्छे mutual fund चुनने का एक आसान तरीका यह है कि आप ELSS fund को दी गई rating का उपयोग कर सकते हो।
ELSS fund एक equity mutual fund होते है। ELSS fund के capital gain पर जो tax लगता है वो equity mutual fund के समान ही होता है।
यदि आप एक वर्ष के बाद अपने equity mutual fund को बेचते हैं तो return long term capital gain tax के लिए qualify प्राप्त करेगा। long term capital gain (LTCG) tax 31 मार्च 2018 तक equity fund पर शून्य है। लेकिन वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने 1 फरवरी 2018 को अपने union budget 2018 के भाषण में stocks पर LTCG tax को फिर से लागू कर दिया।
Investors को एक साल से अधिक stocks और equity oriented mutual fund schemes की बिक्री से मिला लाभ यदि Rs. 1 लाख से अधिक होता है तो उसे 10% tax देना होगा।
यदि आप एक वर्ष से पहले अपने equity mutual fund को बेचते है तो आपको अपने return पर 15 % का short term capital gain tax चुका ना पड़ेगा।
ELSS funds 3 साल तक के लिए lock होते हैं। इस लिए उनके लाभ पर लगने वाला tax automatically ही long term capital gain tax के अंतर्गत आ जाता है। हालांकि आप इसे 3 साल से पहले भी redeem कर सकते हो।
ELSS एक समर्पित mutual fund scheme है जो investors को tax बचाने की अनुमति देती है। यह long term capital gain का अवसर भी प्रदान करता है। इसलिए यदि ELSS का performance अच्छा हो रहा है और आपके investment के लक्ष्यों का पूरा करता हो तो इसे redeem नही करना चाहिए।
लेकिन यही यह आपके investment के लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पा रहा है और उसी category के दूसरे बेहतर funds market में उपलब्ध है तो फिर अच्छा है कि आप fund को redeem कर ले और किसी अच्छे fund में invest कर दे। 3 साल लंबा समय होता है और market इस समय अवधि के दौरान किसी भी तरह का रुख अपना सकता है।
इसलिए तीन साल का lock in period समाप्त होने के बाद भी जरूरी नही है कि आप fund को redeem करे।
यदि आप growth option को चुनते हैं तो यह investment की गई mutual fund में आपकी capital को जोड़ना सुनिश्चित करता है। lock in period के अंत में final amount को एक बार में ही redeem किया जा सकता है।
लेकिन dividend (लाभांश) option आपको अलग अलग समय के लिए कुछ amount देता है। यह lock in period के दौरान भी कुछ liquidity प्रदान करता है। इस dividend का भुगतान अन्य mutual funds में investors के portfolio के आधार पर किया जाता है या फिर ELSS fund में फिर से investment किया जा सकता है।
इन mutual funds से प्राप्त dividend investors के लिए tax free होता है।
ELSS में investment Income Tax Act. की धारा 80 C के अंतर्गत Rs. 1.5 लाख तक tax में कटौती के लिए अनुमति प्रदान करता है। tax free return प्राप्त करने के लिए इस fund को 3 साल की अनिवार्य अवधि के lock in कर दिया जाता है। हालांकि union budget 2018 में LTCG tax को पुन: लागू करने के बाद से ELSS funds में investment के return पर भी tax लगाया जाएगा। Rs. 1 लाख से अधिक equity funds में long term capital gain पर किसी भी infection benifit के बिना 10 % का tax लगाया जाएगा।
Budget के बाद LTCG tax पर investor के बीच बहुत सी चर्चा की गई है। इसके चारों ओर बहुत संदेह का वातावरण हो गया है। कुछ investors का मानना है कि ELSS ने tax में प्राप्त होने वाले लाभ खो दिया है क्योंकि अब यह LTCG tax के अंतर्गत भी charge किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ELSS में investment करने की योजना बनाने वाले कई investors अब confused हो रहे हैं और अपने investment के options पर पुनः विचार करने लगे हैं। यह संदेह निश्चित रूप से उन investors को मार देगा जो कुछ अतिरिक्त return प्राप्त करने और ELSS funds से tax को बचाने की योजना बना रहे थे।
लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस नए LTCG tax का सिर्फ short term तक ही भावनात्मक प्रभाव रहेगा investors को इस नई tax व्यवस्था में adjust किया जाएगा ताकि यह ध्यान में रखा जा सके कि equity investments में long term period में एक अच्छा return दिया है।
लेकिन यह भी स्पष्ट रूप से सही है कि capital gain पर 10% tax लगाया गया है जो पहले नहीं लगता था, इसलिए निश्चित रूप से ELSS investors को एक गहरी चोट तो पहुंची ही है। लेकिन foreign और retail investors को आकर्षित करने के लिए पिछले कुछ वर्षों में हमारा stock market में mature हो गया है। इसके अलावा कई विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण रूप से यह कहा गया है की LTCG पर 10% tax subsidy की दर है।
यदि आपने equity mutual fund schemes में कभी investment नहीं किया है तो आपको ELSS funds में investment करने पर विचार करना चाहिए। कई mutual fund सलाहकार मानते हैं कि equity mutual fund schemes की दुनिया में प्रवेश करना एक आदर्श investment है।
ये schemes तीन साल की अनिवार्य lock in period के साथ आती हैं इसलिए investors आमतौर पर अस्थिरता वाले sctok market से जुड़ जाते है। लेकिन जब वे इसमे एक बार hang हो जाते है तो कई investors दूसरी equity mutual fund schemes में invest करना शुरू कर देते हैं।
कई नए investors अक्सर डरते हैं लेकिन जब वे सीखते हैं कि ELSS ज्यादातर stocks में investment करते हैं और high risk लेते हैं। हालांकि, यदि आप long term के लिए investment करने के लिए तैयार हैं तो आप इस डर को दूर कर सकते हैं। अनगिनत अध्ययन साबित करते हैं कि कोई भी अस्थिरता को हरा सकता है और long term period के लिए investment करके stock से बेहतर return प्राप्त कर सकते है।
आपको खुद को याद दिलाना चाहिए कि equity में long term में अन्य asset classes की तुलना में बेहतर return देने की क्षमता है।
ELSS fund आपको return की guarantee नहीं देता है क्योंकि आपको मिलने वाले return market से जुड़ा होता हैं। लेकिन आपके investment को ELSS में 3 वर्षों तक के लिए lock कर दिया जाएगा इसलिए आपको लंबे समय तक के लिए investment करने से लाभ प्राप्त होता है।
ELSS में lock in period आप के पैसे को grow करने में सहयोग प्रदान करता है जब market stable होता है और जब market अचानक से गिरने लगता है उस दौरान आप selling से बच जाते है। हालांकि ELSS funds के पिछले trends को देखते हुए, आप अपने investment पर 12-15% सालाना return की उम्मीद कर सकते हो।
ELSS funds tax में saving के लिए सबसे अच्छे investment options में से एक है। यहां market में उपलब्ध सर्वोत्तम ELSS funds दिए गए हैं:
Aditya Birla Sun Life Tax Relief 96
Aditya Birla Sun Life Tax Relief 96 fund आज market में सबसे अच्छे तरीके से प्रदर्शन करने वाली Equity Linked Savings Scheme (ELSS) में से एक है।
यह कुछ ELSS funds में से एक है जो अलग-अलग time frames पर बहुत ही सकारात्मक return को देते हैं। market cycle के विभिन्न चरणों में अपने साथ के दूसरे funds को हराकर बेहतर प्रदर्शन किया है।
Facts
AUM: ₹ 4,759 crores
Expense Ratio: 2.31 %
Minimum SIP: ₹ 500
1Y Returns: 28.66 %
3Y Returns: 12.35 %
5Y Returns: 22.92 %
Reliance Tax Saver (ELSS) Fund
यह fund 2005 में launch किया गया था Reliance Tax Saver Fund एक ELSS fund है जिसने अपने launch के बाद से लगातार अपने benchmark से बेहतर प्रदर्शन किया है और आज market में लोकप्रिय ELSS funds में से एक है।
Facts
AUM: ₹ 10,758 crores
Expense Ratio: 1.98 %
Minimum SIP: ₹ 500
1Y Returns: 22.60 %
3Y Returns: 8.72 %
5Y Returns: 22.83 %
IDFC Tax Advantage (ELSS) Fund
यह fund 2008 में launch किया गया था IDFC Tax Advantage Fund एक ELSS fund है जिसने अपने launch के बाद से लगातार अपने benchmark से बेहतर प्रदर्शन किया है और आज market में लोकप्रिय ELSS funds में से एक है। और इसने पिछले कई वर्षो से अच्छा return दिया है।
Facts
AUM: ₹ 897 crores
Expense Ratio: 2.05 %
Minimum SIP: ₹ 500
1Y Returns: 34.78 %
3Y Returns: 13.95 %
5Y Returns: 21.40 %
इन सभी पहलुओं को देखने के बाद जो महत्वपूर्ण बात है वो ये है कि इनमें सबसे कम lock in period होता है साथ ही ये high return प्रदान करते है। जो की ELSS को बेहतर बनाते है। इसी कारण ELSS आज के समय मे सबसे अलग हो जाता है। ELSS की growth PPFऔर FD से ज्यादा है। हालांकि graph में उतार चढ़ाव भी है फिर भी growth PPF और न ही FD से कम हुई है। इससे पता चलता है कि ELSS section 80 C के अंतर्गत tax saving के साथ-साथ long term के लिए PPF और FD से अच्छा investment करने का विकल्प है।
प्रत्येक category से कुछ best performance करने वाले funds को देखने के लिए और 2018 में investment करने के लिए Groww 30 best mutual fund को देखें।
Investment की शुभकामनाएं!