पिछले कुछ महीनों से LIC के आईपीओ (IPO) को लेकर प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है ।
LIC, (भारतीय जीवन बिमा निगम – Life Insurance Corporation of India), के बारे में कुछ ज़रूरी फैक्ट्स ।
आइए, इस आईपीओ के बारे में डिटेल में जानें से पहले, LIC IPO के बारे में कुछ ज़रूरी फैक्ट्स जान लें ।
- इंडिया के सबसे बड़ी लाइफ इंस्युरेन्स कंपनी है LIC ।
- LIC, इंडिया में पिछले 65 वर्षों से भी ज़यादा समय से लाइफ इन्सुरांस प्रदान कर रहा है।
- 1956 में करीब 245 प्राइवेट इंस्युरेन्स कंपनियों के मर्जर (Merger) और सरकारीकरण (Nationalization) से LIC एस्टब्लिश हुआ था ।
- इंडिया में प्रीमियम (या GWP-ग्रॉस रिटेन प्रीमियम; Gross Written Premium) का 64.1% मार्केट शेयर, नई बिज़नेस प्रीमियम (New Business Premium-NBP) के तौर पे प्रीमियम का 66.2% मार्केट शेयर, इंडिविजुअल (Individual) पॉलिसीस इस्सुड के टोटल नंबर का 74.6% मार्केट शेयर, और 2020 – 2021 फाइनेंसियल ईयर में ग्रुप पॉलिसीस इस्सुड के टोटल नंबर का 81.1% मार्केट शेयर, LIC के पास है।
- LIC, इंडिया में सबसे बड़ी एसेट मैनेजर है । LIC, 39 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति मैनेज करती है ।
- इंडिया में टोटल लिस्टेड स्टॉक्स का 4% LIC के पास है ।
- इंडिया में, वर्ष 2000 तक LIC एक मात्रः लाइफ इंस्युरेन्स कंपनी थी ।
- कंपनी का प्रमोटर, LIC Act, 1956 अनुसार भारत सारकर है ।
- LIC के पास एक ब्रॉड, तरह-तरह के (diversified) प्रोडक्ट पोर्टफोलियो है, जो अलग -अलग इंडिविजुअल और ग्रुप प्रोडक्ट्स में अलग-अलग सेग्मेंट्स को कवर करता है। इनमे से नीचे दिए पॉलिसीस शामिल हैं:
- सेविंग्स (Savings) इंस्युरेन्स,
- टर्म (Term) इंस्युरेन्स,
- हेल्थ (Health) इंस्युरेन्स,
- एन्युटी (Annuity) तथा पेंशन प्रोडक्ट्स, और
- यूनिट लिंक्ड इंस्युरेन्स (ULIP) प्रोडक्ट्स हैं ।
पब्लिक इशू के उद्देश्य (Objectives):
- स्टॉक एक्सचेंज में इक्विटी शेयरों को लिस्ट करने के लाभों को प्राप्त करना ।
- शेयर होल्डर्स को बेचकर 316,249,885 शेयरों की बिक्री के टारगेट को मीट करना।
LIC IPO इशू करने की प्रोसेस ।
- भारत सरकार एलआईसी को शेयर बाजार में लिस्ट करने और इन्वेस्टर्स को आईपीओ जारी करके टोटल शेयर्स का 5% बेचने का प्रयास कर रही है।
- वर्ष 2021-2022 के बजट में भारत सरकार ने 1.75 लाख रुपये का डिसइनवेस्टमेंट (सरकार के हिस्से का शेयर बेचने) का टारगेट सेट किया है, जिसमें से 75,000 करोड़ रुपये सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (CPSE) के डिसइनवेस्टमेंट, और 1 लाख करोड़ रुपये पब्लिक सेक्टर बैंक्स और, दूसरे फाइनेंसियल इंस्टीटूशन्स (संस्थानों) में सरकारी शेयर्स का एक हिस्सा इन्वेस्टर्स को बेचे जाने (डिसइनवेस्टमेंट) के माध्यम से होगा ।
- दुसरे इन्सुरेंस कंपनियों में विदेशी इन्वेस्टमेंट का प्रोविशन (प्रावधान) है । LIC में यह नहीं था । सरकार LIC Act, 1956 के रूल्स में बदलाव ला कर विदेशी इन्वेस्टर्स को भी शेयर्स बेचेगी ।
- NSE, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और BSE, बॉम्बे स्टैक एक्सचेंज में लिस्ट होने के लिए SEBI की परमिशन की ज़रूरत होती है । LIC ने SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP), 13 February 2022 को अप्रूवल के लिए जमा दिया है ।
- LIC के पालिसी होल्डर्स को प्रिफेरेंसिअल (preferential) अलॉटमेंट डिस्काउंट पर देगी LIC – DRHP के अनुसार टोटल शेयर्स अलॉटमेंट का 10% एलआईसी, LIC पॉलिसी होल्डर्स के लिए आरक्षित (रिजर्व्ड) रखने का प्रस्ताव है, और एलआईसी कर्मचारियों के लिए डिस्काउंट पर 5% अलॉटमेंट देगी LIC ।
- पालिसी होल्डर्स को 28 फेब्रुअरी 2022 तक अपना PAN अपने पालिसी के साथ लिंक करना था और DEMAT अकाउंट खोलना (यदि DEMAT अकाउंट न हो तो) था । कौन से पालिसी होल्डर्स इसका लाभ उठा सकते हैं तथा कैसे अप्लाई कर सकतें हैं, जानने के लिए LIC IPO DRHP देखिये ।
- एलआईसी आईपीओ खुलने की तारीख अन्नोउंस नहीं की गई है। ख़बरों के अनुसार 15 मार्च 2022 को खुल सकता है, पर रूस उक्रैन क्राइसिस के कारन डिले हो एकता है।
Also Read: How to apply LIC IPO as a Policyholder in English
LIC में इन्वेस्ट करने से पहले कुछ फाइनेंसियल फिगर्स जान लें ।
पिछले तीन फाइनेंसियल वर्ष के LIC के फाइनेंसियल फिगर्स नीचे ग्राफ में दिखाएँ गएँ हैं ।
*सभी वैल्यूज Rs. Cr. में हैँ ।
टोटल एसेट्स (Total Assets)
*सभी वैल्यूज Rs. Cr. में हैँ ।
फायदा-प्रॉफिट (Profit)
*सभी वैल्यूज Rs. Cr. में हैँ ।
LIC IPO के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सवाल के उत्तर ।
Q1. कब खुलेगा एलआईसी का आईपीओ?
तारीख अन्नोउंस नहीं की गई है। 15 मार्च 2022 को खुल सकता है ।
Q2. एलआईसी आईपीओ की एक्सपेक्टेड प्राइस क्या है?
एलआईसी आईपीओ की कीमत की घोषणा (announcement) अभी बाकी है। यह कहना मुश्किल है कि एक्सपेक्टेड प्राइस क्या होगी, क्योंकि यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। भारत सरकार एलआईसी के आईपीओ के इशू प्राइस और रिटेल इन्वेस्टर्स तथा कर्मचारियों को दी जाने वाली छूट, आईपीओ खुलने से कुछ दिन पहले तय करेगी।
Q3. एलआईसी आईपीओ का लॉट साइज क्या है?
एलआईसी आईपीओ लॉट साइज और मिनिमम आर्डर मात्रा की घोषणा अभी नहीं की गई है। ये आईपीओ खुलने से पहले किये जायेंगे ।
Q4. यदि LIC आईपीओ में इन्वेस्ट करने पर शेयर्स अलॉट होतें हैं तो क्या टैक्स में छूट मिलेगा?
नहीं, ऐसा कोई छूट नहीं है। हालांकि एलआईसी पॉलिसी में इन्वेस्ट करने पर टैक्स में छूट मिलती है। लेकिन, इक्विटी में इन्वेस्ट करने पर कोई टैक्स छूट नहीं है। बल्कि यहां इन्वेस्टमेंट से होने वाले प्रॉफिट पर टैक्स लगेगा।
Q5. क्या पॉलिसी होल्डर्स के लिए रिजर्व्ड शेयर्स पर कोई लॉक-इन पीरियड होगी?
नहीं, रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए कभी भी कोई लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। शेयर मिलने पर आप लिस्टिंग के बाद किसी भी समय शेयर बेच सकते हैं।
Q6. क्या जॉइंट लाइफ इन्सुरेंस पॉलिसी में दोनों पॉलिसी होल्डर्स आईपीओ के लिए बोली लगा सकेंगे?
नहीं, दो पॉलिसी होल्डर्स में से केवल एक ही आईपीओ में बोली लगा सकता है। पॉलिसी होल्डर्स के PAN नंबर को रिकॉर्ड में अपडेट किया जाना ज़रूरी है।