रिटायरमेंट प्लानिंग एक ऐसी चीज़ है जिसमें आसानी से देरी की जा सकती है और इसकी चिंता हम अपनी ज़िंदगी के आख़िरी पड़ाव में भी कर सकते हैं।ये सब बातें हमारे ज़हन में आती है जब हम युवा/जवान होते हैं।
हमें लगता है कि सब कुछ आख़िरकार ठीक हो ही जायेगा, है न?
ख़ैर, अगर बाद में भी चीज़ें सही नहीं हों तो? क्या आपने इसके बारे में कभी सोचा है?
कड़वा सच यह है कि ज़िंदगी में हमें कभी भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है और इसलिए, ऐसी स्थिति से निकलने के लिए सही योजना (प्लान) बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है, रिटायरमेंट के लिए प्लान करना।
साथ ही, कुछ कंपनियों में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है, हम काम शुरू करने के साथ ही यह प्लान भी शुरू कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम अलग-अलग म्युचुअल फंड्स के बारे में चर्चा करेंगे जिसमें हम इन्वेस्ट कर सकते हैं और जो रिटायरमेंट के बाद हमारे परिवार की ज़रूरतों को भी पूरा करेगा।
चलिए शुरू करते हैं!
(नोट: जो लोग युवा/जवान हैं (25-40 की उम्र में) उसके आधार पर हमने फंड्स हाइलाइट कर दिए हैं।)
लेकिन, जो लोग पहले ही यह उम्र पार कर चुके हैं, वे स्मॉल, मिड कैप और मल्टी कैप वाले फंड्स जैसे ज़्यादा जोखिम वाले फंड्स को छोड़ सकते हैं। इसकी जगह, वे बैलेंस्ड और कम जोखिम वाले फंड्स चुन सकते हैं।
पूरी रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए हमने 5 फंड्स की एक लिस्ट तैयार की है। इसमें यह सब आते हैं:-
यह लिस्ट ऐसे बनाई गई है कि दो लार्ज कैप फंड्स से स्थिर रिटर्न्स (जिनमे ठीक- ठाक रिस्क हो) आते हैं। साथ ही, मल्टी कैप और स्मॉल कैप फंड्स भी हैं जिसमें ज़्यादा रिस्क एक्सपोज़र होता है।
जैसा कि इन्वेस्ट करने के लिए समय सीमा लम्बी है, बहुत सी मार्केट साइकिल के चलते (जहाँ मार्केट के ऊपर-नीचे होने वाले बदलाव एक अहम् भूमिका निभाएंगे) इन स्मॉल और मिड-साइज़ कंपनियों को बढ़ने के लिए पर्याप्त समय भी मिलेगा।
आखिर में, इंडेक्स फंड, इंडेक्स को ट्रैक करते हैं और इसलिए म्युच्युअल फंड पोर्टफोलियो को स्थिरता/स्टेबिलिटी देते हैं
रिटायरमेंट प्लानिंग लिए 5 सबसे अच्छे म्युच्युअल फंड इस प्रकार हैं
2013 में लॉन्च हुए इस फंड ने लगातार अपने बेंचमार्क से अच्छा परफॉर्म किया है।
अगर हम इसके होल्डिंग्स का नजदीक से एनालिसिस (विश्लेषण) करें तो हम समझ पाएंगे कि इस फंड के मैनेजरों को भारत के विकास पर पूरा-पूरा भरोसा है और ऐसा इसलिए है क्योंकि सेक्टर्स जैसे – फाइनेंशियल, हेल्थ केयर, इंजीनियरिंग आदि पर पुरे तरीके से भरोसा किया जा सकता है।
इस लिस्ट में आने वाले कुछ बड़े नाम हैं- एसबीआई (SBI), एल एंड टी (L&T), एक्सिस बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई (ICICI) लिमिटेड, एचडीएफसी (HDFC) बैंक लिमिटेड, आईटीसी (ITC) बजाज फाइनेंस आदि।
महत्वपूर्ण जानकारी
लॉन्च की तारीख | 01 – Jan – 2013 |
एनएवी (NAV) 25-Jan-2019 | 34.4 |
प्लान टाइप | डायरेक्ट |
ग्रो द्वारा रेटिंग | 5 स्टार |
एयूएम( फण्ड साइज़ ) | 11,740 करोड़ |
रिस्कोमीटर | थोड़ा ज़्यादा |
कम से कम सिप (SIP) | ₹100 |
अपने बेंच मार्क के मुकाबले में परफॉरमेंस | लॉन्च होने से अब तक इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी 100 TRI से बेहतर परफॉर्म किया है। |
फंड की उम्र | 6 साल |
खर्च अनुपात (एक्सपेंस रेशो ) | 11.20% |
एग्ज़िट लोड | अगर 0-12 महीने में रिडीम किया जाए तो एग्ज़िट लोड 1% होगा, नहीं तो 0%। |
टाइप | इक्विट- लार्ज कैप |
फंड मैनेजर | अश्वनी कुमार, शैलेश राज भान |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य
इस फंड के इन्वेस्टमेंट के दो-दो उद्देश्य हैं जो इस प्रकार हैं:
यह स्कीम 2013 में लॉन्च की गई थी जिसे 5 स्टार की रेटिंग भी मिली।
इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी 100 TRI से बेहतर परफॉर्म किया है। मुख्य सेक्टर्स और बड़े नामों जैसे ICICI बैंक, HDFC लिमिटेड, HDFC बैंक लिमिटेड, ITC लिमिटेड, इन्फ़ोसिय, मदरसन सुमि सिस्टम्स लिमिटेड, आदि पर ध्यान देने के साथ-साथ यह पोर्टफोलियो को लम्बे समय के लिए स्थिरता भी देता है।
महत्वपूर्ण जानकारी
लॉन्च की तारीख | 01 जनवरी 2013 |
एनएवी (NAV) 25-Jan-2019 | 41.8 |
प्लान टाइप | डायरेक्ट |
ग्रो द्वारा रेटिंग | 5 स्टार |
एयूएम( फण्ड साइज़ ) | 20,115 करोड़ |
रिस्कोमीटर | थोड़ा ज़्यादा |
कम से कम सिप (SIP) | ₹100 |
अपने बेंच मार्क के मुकाबले में परफॉरमेंस | लॉन्च होने से अब तक इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी 100 TRI से बेहतर परफॉर्म किया है। |
फंड की उम्र | 6 साल |
खर्च अनुपात (एक्सपेंस रेशो ) | 11.21% |
एग्ज़िट लोड | अगर 0-12 महीने में रिडीम किया जाए तो एग्ज़िट लोड 1% होगा, नहीं तो 0%। |
टाइप | इक्विट- लार्ज कैप |
फंड मैनेजर | एस.नरेन, रजत चंडक |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य
इस फंड के इन्वेस्टमेंट के दो-दो उद्देश्य हैं जो इस प्रकार हैं:
इस फंड को दूसरे सेक्टर्स पर पकड़ बनाने के लिए चुना गया है लेकिन लार्ज कैप को छोड़कर , जिसका मतलब है कि कुछ मिड कैप स्टॉक्स (शेयर) भी इसमें शामिल हैं।
इस फंड में काफी मात्रा में लार्ज कैप स्टॉक्स भी रखे जाते हैं, जिसकी वजह से ज़्यादा से ज़्यादा रिस्क कम की जा सके। इस फंड ने लगातार अपने बेंचमार्क सेअच्छा परफॉर्म किया है और इसका एक्सपेंस रेश्यो (खर्च अनुपात) भी कम है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
लॉन्च की तारीख | 01 जनवरी 2013 |
एनएवी (NAV) 25-Jan-2019 | 49.9 |
प्लान टाइप | डायरेक्ट |
ग्रो द्वारा रेटिंग | 5 स्टार |
एयूएम( फण्ड साइज़ ) | 10,128 करोड़ |
रिस्कोमीटर | थोड़ा ज़्यादा |
कम से कम सिप (SIP) | ₹1000 |
अपने बेंच मार्क के मुकाबले में परफॉरमेंस | लॉन्च होने से अब तक इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी 200 TRI से बेहतर परफॉर्म किया है। |
फंड की उम्र | 6 साल |
खर्च अनुपात (एक्सपेंस रेशो ) | 10.79% |
एग्ज़िट लोड | अगर 0-12 महीने में रिडीम किया जाए तो एग्ज़िट लोड 1% होगा, नहीं तो 0%। |
टाइप | इक्विट- मल्टी कैप |
फंड मैनेजर | नीलेश सुराना, हर्षद बोरावके |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य
इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य, इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सेक्योरिटीज़ में इन्वेस्ट करते हुए संभावित इन्वेस्टमेंट अवसरों को ढूँढना और लॉन्ग टर्म कैपिटल बनाना है।
इस फंड के लिए एक साल का रिटर्न नकारात्मक (नेगेटिव) रहा है लेकिन ये इसलिए हुआ क्योंकि हाल ही में हुए मार्केट क्रैश(गिरावट) के चलते स्मॉल-कैप फंड नीचे गिरे थे।
हालाँकि लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करने पर इस फंड ने अच्छे रिटर्न दिए हैं।
अब हम बात कर रहे हैं फंड्स में लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करने की (कम से कम 20 से 25 सालों के लिए)। इसलिए इन स्मॉल कैप कंपनियों को ऐसे बीज भी माना जा सकता है जिनके पास पर्याप्त समय है एक भरा-पूरा पेड़ बनने के लिए, जब तक कि आप रिटायरमेंट तक पहुंचे।
साथ ही, फंड के पोर्टफोलियो को नज़दीक से देखने पर यह समझ आता है कि फंडामेंटल/मौलिक तौर पर यह पोर्टफोलियो अच्छा बिज़नेस कर रहा है (जिनमें से कुछ हैं – KEC इंटरनेशनल, SKF इंडिया लिमिटेड, NRB बियरिंग्स लिमिटेड, शारदा क्रॉपकेम लिमिटेड, NIIT टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड)।
इसलिए, इन्वेस्टर्स इस फंड में अपना पैसा लम्बे समय (रिटायरमेंट तक) के लिए लगा सकते हैं और यही सही समय है क्योंकि फंड ने पिछले साल अपनी परफॉरमेंस में काफी सुधार किया है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
लॉन्च की तारीख | 01 जनवरी 2013 |
एनएवी (NAV) 25-Jan-2019 | 44.1 |
प्लान टाइप | डायरेक्ट |
ग्रो द्वारा रेटिंग | 5 स्टार |
एयूएम( फण्ड साइज़ ) | 5,672 करोड़ |
रिस्कोमीटर | थोड़ा ज़्यादा |
कम से कम सिप (SIP) | ₹500 |
अपने बेंच मार्क के मुकाबले में परफॉरमेंस | लॉन्च होने से अब तक इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी स्मॉल कैप 100 TRI से बेहतर परफॉर्म किया है। |
फंड की उम्र | 6 साल |
खर्च अनुपात (एक्सपेंस रेशो ) | 10.71% |
एग्ज़िट लोड | अगर 0-12 महीने में रिडीम किया जाए तो एग्ज़िट लोड 1% होगा, नहीं तो 0%। |
टाइप | स्मॉल कैप |
फंड मैनेजर | चिराग सेतलवाड़ |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य
इस फंड का मुख्य उद्देश्य है इन्वेस्टर्स के लिए इन 3 बड़े इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट करके लॉन्ग टर्म कैपिटल बनाना, इन इंस्ट्रूमेंट्स के नाम हैं:-
एक इंडेक्स फंड ऐसा फंड है जो इंडेक्स पर करीब से नज़र रखता है। यह इन्वेस्टर के पैसों को ऐसे स्टॉक्स (शेयरों) और सेक्टर्स में बाँटता है जो निफ़्टी इंडेक्स के अंदर मौजूद हों।
इसलिए, एक बात तो पक्की है कि फंड का बीटा या बदलाव (वॉलीटेलिटी) भी इंडेक्स के बदलाव के लगभग बराबर ही होगा।
पोर्टफोलियो में इंडेक्स फंड का मौजूद होना आपके पोर्टफोलियो को ज़्यादा स्थिरता देता है। बहुत से इन्वेस्टमेंट गुरु, यहाँ तक कि वॉरन बुफे भी इन्वेस्टर्स को यही रास्ता चुनने की सलाह देते हैं।
यह लॉन्गटर्म में औसतन रिटर्न (लगभग 12-15% कि रेंज में) देता है। इसके अलावा, इसका एक्सपेंस रेशो/खर्च अनुपात (0.13%) और फंड का साइज़ (1,076 करोड़) भी बहुत कम है।
साथ ही आजकल इंडेक्स फंड, इन्वेस्टमेंट कम्युनिटी के अंदर काफी लोकप्रिय फंड बनते जा रहे हैं।
इन्वेस्टर्स को ये जानकर भी ख़ुशी होगी कि इंडेक्स फंड कुछ लार्ज-कैप फंडों के द्वारा दिए गए रिटर्न्स को भी मात दे चुके हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी:
लॉन्च की तारीख | 01 जनवरी 2013 |
एनएवी (NAV) 25-Jan-2019 | 70.6 |
प्लान टाइप | डायरेक्ट |
ग्रो द्वारा रेटिंग | 5 स्टार |
एयूएम( फण्ड साइज़ ) | 1,076 करोड़ |
रिस्कोमीटर | थोड़ा ज़्यादा |
कम से कम सिप (SIP) | ₹500 |
अपने बेंच मार्क के मुकाबले में परफॉरमेंस | लॉन्च होने से अब तक इसने लगातार अपने बेंचमार्क निफ़्टी 50 टोटल रिटर्न से बेहतर परफॉर्म किया है। |
फंड की उम्र | 6 साल |
खर्च अनुपात (एक्सपेंस रेशो ) | 10.13% |
टर्न ओवर | 0% |
एग्ज़िट लोड | कोई एग्जिट लोड नहीं |
टाइप | इंडेक्स फंड |
फंड मैनेजर | कौशिक बासु |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य
चूंकि यह एक इंडेक्स फण्ड है इसलिए इसका उद्देश्य S&P इंडेक्स के शेयरों में उतना ही इन्वेस्ट करना है जितना कि S&P इंडेक्स में |
अभी के 5% के इन्फ्लेशन लेवल को देखते हुए और जीने के ढंग में होते सुधारों के साथ, रिटायरमेंट के वक़्त लगने वाले पैसे की जरुरत भी बड़ी होगी।
इन्वेस्टर्स को यह समझना चाहिए कि यहाँ जो 5 फंड बताए गए हैं वो एक बहुत बड़ी लिस्ट नहीं है। इन्वेस्टर कुछ फंड इस सूची में से चुन सकते हैं और इसके अलावा कुछ दूसरे फंड भी चुन सकते हैं जो उनके इन्वेस्टमेंट होराइज़न के अंदर आते हों और उनकी रिस्क लेने की क्षमता के हिसाब से हो।
Happy Investing!
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